अपने नाम को फिर हर लबो पर पाओगे तुम प्रेरणास्रोत नवपथ का बन जाओगे। अपने नाम को फिर हर लबो पर पाओगे तुम प्रेरणास्रोत नवपथ का बन जाओगे।
संस्कृति रक्षक उत्साहवर्धक रूप में कल्याण करें। संस्कृति रक्षक उत्साहवर्धक रूप में कल्याण करें।
अब समझ आया क्यों मौन व्रत रखा जाता है अब समझ आया क्यों मौन व्रत रखा जाता है
बन्द रास्तों के आगे एक रहस्यात्मक विकल्प है ज़िन्दगी... बन्द रास्तों के आगे एक रहस्यात्मक विकल्प है ज़िन्दगी...
मानव समाज हुआ सभ्य, शिक्षित, किया नित नया आविष्कार, करके जल स्रोत का उपयोग, मान मानव समाज हुआ सभ्य, शिक्षित, किया नित नया आविष्कार, करके जल स्रोत का उप...
मैने भी भरी उड़ान कुछ समय, पर ज्यादा दूर मैं उड़ ना पाई, अपनी बौनी उड़ान के संग, फिर धरा पर वापस ... मैने भी भरी उड़ान कुछ समय, पर ज्यादा दूर मैं उड़ ना पाई, अपनी बौनी उड़ान के सं...